नोएडा के राजीव राय जो कोरोना से जुड़े जांच टीम में अभी फील्ड ऑफिसर के रूप में काम कर रहे हैं.उनके घर एक नन्ही परी का जन्म हुआ है इनके खुशी का अभी ठिकाना नहीं है।परंतु बड़ी बात यह है कि वह कोरोना से जांच में होने के कारण वह अपनी बेटी को अभी तक गोद में भी नहीं ले सके है।
3 सप्ताह से वे अलग गेस्ट रूम में रहते हैं
राजीव राय ने बताया कि उन्होंने 3 सप्ताह से अपनी गर्भवती पत्नी और 8 साल की बड़ी बेटी से भी नहीं मिल पाए हैं।अब उनके घर उनकी बेटी का जन्म होने पर भी वह उसे गोद लेने की बत तो दूर वह ठीक से उसे देख भी नहीं सकते हैं।
वह अपनी बेटी को 3 मीटर दूरी से ही देखते हैं।पिछले 3 सप्ताह से वे अलग गेस्ट रूम में रह रहे हैं क्योंकि वह कोरोना से इस लड़ाई में सबसे आगे के मोर्चे पर हैं।वे एक फील्ड ऑफिसर के रूप में हमेशा कोरोला के संदिग्ध मरीजों की जांच करते रहते हैं।
3 मी की दूरी देखते हैं बेटी को
बता दें कि सोमवार दोपहर को ही उनके घर उनकी बेटी का जन्म हुआ।खबर मिलने पर वह सीधे अस्पताल गए उन्होंने दरवाजे पर से ही अपनी बेटी को देखा और फिर वह अपने काम के लिए फील्ड में आ गए।
शाम को फिर अपनी पत्नी और बेटी से मिलने आने पर डॉक्टर ने उन्हें अपनी बेटी और पत्नी से दूर रहने का सलाह दिया है।इसलिए वह भी खतरा को समझते हुए उनसे दूरी पे ही रहते हैं और दूर से ही अपनी बेटी और पत्नी को देख संतोष करते हैं।
करुणा से इस जंग में भारत के ऐसे ही वीर के कारण भारत आज कोरोना के खिलाफ काफी अच्छे से खड़ा है और धीरे-धीरे उस को हराने की ओर अग्रसर हो रहा है। भारत के इस सपूत राजीव राय को दिल से सलाम।