द कश्मीर फाइल्स (The kashmir Files) इन दिनों हर जगह चर्चा का विषय बनी हुई है। 90 के दशक के कश्मीर और कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर आधारित फिल्म द कश्मीर फाइल्स ने भले ही भारतीय सिनेमा (Indian Cinema Best Movie) की सबसे सफल फिल्मों में अपना नाम शुमार कर लिया हो, लेकिन समाज का एक बड़ा तबका इस फिल्म को क्रिटिसाइज करता नजर आ रहा है। यही वजह है कि इस पर सोशल मीडिया से लेकर मीडिया चैनलों तक में जुबानी जंग छिड़ी हुई है। फिल्म ने 2 हफ्तों में रिकॉर्ड तोड़ कमाई करते हुए 200 करोड़ के कमाई (The kashmir Files Total Collection) के आंकड़े को पार कर लिया है।
फिल्म को लेकर दो गुटो में बंटा समाज
द कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर समाज दो धर्मों में बटा हुआ नजर आ रहा है, जिसके मद्देनजर एक धड़ वह है जो 32 साल के दर्द को बयां करने से खुद को रोक नहीं पा रहा, तो वही दूसरा धड़ा वह है जो फिल्म की आलोचना कर रहा है। आलोचना करने वाले इन्हीं लोगों को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि यह फिल्म सिर्फ भावनाओं को भड़काने वाली और मुस्लिमों के प्रति नफरत फैलाने के इरादे को बढ़ावा दे रही है।
विवेक-पल्लवी ने खुलकर रखा अपना पक्ष
वहीं इस मुद्दे पर अब विवेक अग्निहोत्री (The kashmir Files Producer Vivek Aganihotri) और उनकी पत्नी पल्लवी जोशी (Pallavi Joshi) ने खुलकर अपनी प्रतिक्रिया रखी है। विवेक अग्निहोत्री और उनकी पत्नी पल्लवी जोशी ने इस मुद्दे पर कहा है कि उन्होंने 32 साल के कड़वे सच को दिखाने की कोशिश की है। उन्होंने एक ईमानदार फिल्म बनाई है, जो इतिहास की कड़वी सच्चाई बयां करती है। यह फिल्म आतंकवाद का खुलकर विरोध करती है।
द कश्मीर फाइल्स पर लोगों के बीच छिड़ी जुबानी जंग, मतभेद और ध्रुवीकरण के आरोप पर फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने कहा- मुझे लगता है यह लोकतंत्र के लिए बड़ी समाज सेवा है, क्योंकि आप बुरे और अच्छे लोगों का ध्रुवीकरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा यहां में ध्रुवीकरण शब्द का इस्तेमाल ही नहीं करूंगा। मैं कहूंगा कि इस फिल्म के जरिए इंसानियत, मानवाधिकारों का समर्थन करने वाले और आतंकवाद के व्यवसाय वाले लोगों में अंतर क्या है।
आतंकवादियों को हराए और इन्हें तबाह करें- विवेक अग्निहोत्री
विवेक अग्निहोत्री ने अपने बयान में आगे कहा- इस फिल्म को दो करोड़ से ज्यादा लोग देख चुके हैं, जो लोग फिल्म का विरोध कर रहे हैं वह सिर्फ फिल्म की आलोचना नहीं कर रहे। यह फिल्म राम और रावण के बीच का अंतर दिखाती है। उन्होंने कहा कि मैं तो इंसानियत का सपोर्ट करने वाले लोगों से कहूंगा कि इन आतंकवादियों को हराए और इन्हें तबाह करें।
फिल्म को मुस्लिम विरोधी बताने वालों पर फिल्म डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की पत्नी पल्लवी जोशी ने कहा- दुर्भाग्य से जिन लोगों को कश्मीर घाटी से बाहर किया गया वह धार्मिक आधार पर था। यह एक धार्मिक लड़ाई थी, जब भी हम आतंकवाद की बात करते हैं तो इसे एक खास धर्म से जोड़ दिया जाता है। हालांकि हम फिल्म में धर्म की बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि उन चंद आतंकवादियों की बात कर रहे हैं जिन्होंने घाटी को बर्बाद कर दिया। इन्होंने घाटी की संस्कृति, विरासत और परंपरा को खत्म कर दिया। यह फिल्म किसी धर्म की नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई है।