कोरोना के चलते ही देश में 21 दिनों के लॉक डाउन है।इसके चलते हैं आज देश के उद्योग है और असंगठित क्षेत्र के लाखों कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं। इन सब को देखते हुए मोदी सरकार एक बहुत बड़ी राहत पैकेज का घोषणा कर सकती है।
सूत्रों के मुताबिक यह राहत पैकेज 18 अरब डॉलर करीब 13.64 खरब रुपए के बराबर रहेगा। यह पैकेज जनधन खाताधारकों को सीधे तौर से मिलने की उम्मीद है। इतना ही नहीं सैनिटाइजर जैसे अभी आवश्यक वस्तुओं में जीएसटी में भी भारी राहत देने की उम्मीद है। कंपनियों के लिए भी कारपोरेट टैक्स का लाभ मिल सकता है ताकि कंपनी के आर्थिक लाभ नहीं होने के कारण लोगों का रोजगार ना जाए।
सूत्रों की मानें तो इस हफ्ते के अंत तक राहत पैकेज की घोषणा होने की उम्मीद है। इसमें 10 करोड़ लोगों के खाते में सीधे ही सहायता राशि डाली जा सकती है। इससे उन गरीब वर्ग लोगों को काफी राहत मिलेगी जो इस लॉक डाउन के वजह से बेरोजगार हो गए हैं और उन्हें जीवन यापन करने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
ऐसे सरकार अभी फिलहाल अंतिम निर्णय तक नहीं पहुंची है लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय,वित्त मंत्रालय और रिजर्व बैंक के बीच इस पैकेज को लेकर बात चल रही है। सरकार के ही एक बड़े अधिकारी के मुताबिक यह राहत पैकेज 2.3 लाख करोड़ पर कभी हो सकता है परंतु अभी अंतिम पैकेज को लेकर भी चर्चा जारी है।
बता दें कि भारत में भी कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 600 से ज्यादा हो चुकी है। उनमें से 12 की मौत भी हो चुकी है।इसी महामारी से निपटने के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी ने 21 दिनों का लॉक डाउन किया है और इस स्थिति में उत्पन्न आर्थिक समस्याओं के लिए आर्थिक मदद करने का सोच रहे।