कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच के मामले में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए इस वायरस के जांच के लिए सबसे सस्ती और सबसे तेज नतीजे देने वाली किट तैयार कर ली है।आईआईटी दिल्ली के कोरोना वायरस संक्रमण के इस जांच के कीट को एक बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है।
ICMR ने की पुस्ति
इंडियन काउंसिल मेडिकल काउंसिल रिसर्च (ICMR) ने इस जांच किट की पुस्ति कर दी है।इससे जांच होने के लिए मंजूरी भी मिल गई है।पूरी जानकारी यह है कि इसकी जांच ना केवल सबसे सस्ती होगी बल्कि बिल्कुल सटीक परिणाम भी आएंगे।
आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर रामगोपाल वर्मा ने बताया कि इस टेस्ट की जांच की कीमत मात्र ₹300 ही रहेगी और यह किट अन्य किसी भी किट से काफी तेजी से काम करेगा परंतु अभी टेस्ट की समय को लेकर इसमें कोई खुलासा नहीं किया गया है।
उन्होंने बताया कि संस्थान अभी कोरोना वायरस से जुड़े कई मामलों में शोध कर रहा है जिसे हम जल्द ही सामने लाने वाले हैं। बताया गया कि इस कीट के लिए जनवरी से ही प्रयास किया जा रहा था और इस 3 महीने में इसे बनाने में कामयाबी मिली।यह जांच करने का सबसे सस्ता और सबसे सटीक किट है।
आईआईटी दिल्ली के कुसमा स्कूल ऑफ बायोलॉजी साइंस के शोधकर्ताओं ने इस कीट को बनाया है। किट पर इंडियन साइंस मेडिकल रिसर्च की पूरी तरह से मंजूरी मिल जाने के बाद आईआईटी दिल्ली ऐसा पहला संस्थान होगा जिससे आईसीएमआर की मंजूरी मिलेगी।
अपना ही काम आया इस मुसीबत की घड़ी में
गौरतलब है कि इससे पहले चीन से आए भारत कोरोना वाइरस जांच किट पर काफी सवाल उठ गया था। इसके जांच के नतीजे सक के घेरे में थे। इसलिए आईआईटी दिल्ली के इस कीट के आ जाने पर एक बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है। कहा जा रहा है कि अपना ही काम आया इस मुसीबत की घड़ी में।
हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार बताया गया है कि आईआईटी दिल्ली ने इसे पेटेंट कर लिया है। आईआईटी दिल्ली के द्वारा बताया कि आईसीएमआर को यह किट 9 अप्रैल को जांच करने के लिए दिया गया था और कुछ जांच के बाद इस को मंजूरी मिल गई।इससे पहले भी यह किट दिए गए थे परंतु मंजूरी नहीं मिली थी।
आगे बताया गया की इस एक किट के जरिए लगभग 30 से 50 कोरोना वायरस कि जांच किए जा सकते हैं वहीं इसकी कीमत 9000 से15000 तक रह सकती है हालांकि इसकी कीमत इसके बनाने वाली कंपनी के द्वारा ही निर्धारित किया जाएगा।