एक वक्त लाखों लोगों की उम्मीद बन चुका सहारा इंडिया (Sahara India) अब खुद बैकफुट पर नजर आ रहा है। भारत के लोगों को सहारा देने की प्रॉमिस करने वाला सहारा इंडिया भारतीय निवेशकों का पैसा रिटर्न (Sahara India Investor Return) नहीं कर पा रहा है। लाखों लोगों के कमाई के हजारों करोड़ रुपए सहारा इंडिया में डिपॉजिट है। इन्वेस्टर्स (Sahara India investors) से लेकर सरकार (Government) हर कोई परेशान है। निवेशकों (Sahara India Investor) के पैसा वापस लाने के लिए सरकार ने भी कदम उठाए हैं लेकिन अभी तक कोई खास सफलता नहीं मिली है। इस मुद्दे पर वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने फरवरी में बयान दिया था। किंतु अभी तक किसी भी निवेशक कहां पैसा रिटर्न नहीं हो पाया है। पंकज चौधरी (Pankaj Chaudhary) ने आंकड़ों के बारे में बताते हुए कहा था कि सेबी को 81.70 करोड़ के लिए 53,642 ओरिजिनल बॉन्ड प्रमाणपत्र पास बुक से जुड़े 19,644 एप्लीकेशन प्राप्त हुए हैं।
सहाना निवेशकों को जल्द मिलेगा उनका पैसा
उन्होंने SHICL और SIRECL के द्वारा उपलब्ध कराए गए कागजातों का रिकॉर्ड ट्रेस नहीं मिल पाने का भी उल्लेख किया था। वित्त मंत्री के बयान के बाद निवेशकों को एक आस जगी थी। उनके बयान के बाद सहारा कंपनी ने भी सेबी पर कई तरह के आरोप लगाए थे। अप्रैल में सहारा कंपनी ने बयान दिया था कि निवेशकों के 25 हजार करोड़ रुपए सहारा नहीं लौटा रहा है। सेबी के बारे में सहारा ने कहा था कि वह सेबी पीड़ित है।
सहारा ने कहा कि उसे दौड़ने के लिए कहा जाता है लेकिन पैरों में है सीकर बांध दी जाती है। इन्वेस्टर्स के पैसे फंसे होने की वजह से ऐसे ही ने कहा था कि जल्द ही पैसा सभी को लौटा दिया जाएगा। उन्होंने कहा था कि इन्वेस्टर्स के डाटा ट्रेस नहीं होने के वजह से पैसा रिटर्न करने में बाधा आ रही है। 4 अगस्त 2021 को यह रिपोर्ट जारी की गई थी। सेबी ने कहा था कि उसके पास ब्याज समेत 23,191 करोड़ रुपए डिपाजिट है।