जब देश में 98.8% लाने वाली बेटी आर्थिक तंगी के कारण अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ने पर सुसाइड करने लगे तो आप खुद सोच सकते हैं कि आपका देश कहां जा रहा है, देश में हमेशा आरक्षण को लेकर बातें उठती रही है कि आरक्षण किसे दिया जाए, इस तरह के मामले को देख कर आप को भी समझ आ रहा होगा कि सही मायने में आरक्षण किसे मिलना चाहिए और आरक्षण का स्वरूप क्या होना चाहिए।
फिलहाल जो मामला सामने आया है वह केरल के एक छात्रा ऐश्वर्या रेड्डी का है, इस छात्रा ने अपने वित्तीय परिस्थिति को हवाला देते हुए सुसाइड कर ली है। लेडी श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स की यह छात्रा तेलंगाना में अपने घर पर सुसाइड की है। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में कहा है कि मुझे अपनी पढ़ाई पूरी करने में काफी वित्तीय दिक्कतें आ रही है और मैं बिना पढ़ाई के जिंदा नहीं रह सकती, इसलिए मैं जा रही हूं पापा, आप मुझे माफ करना, मैं अच्छी बेटी नहीं हूं।
लॉकडाउन ने चला गया था पिता का रोजगार
बता दें कि ऐश्वर्या रेड्डी के पिता रंगा रेड्डी मोटरसाइकिल मैकेनिक है। लॉकडाउन में इनका दुकान बंद रहा जिसके कारण इन्हें काफी आर्थिक संकट झेलना पड़ रहा था। इसी के चलते इन्होंने अपनी बेटी की मदद नहीं कर पाये। ऐश्वर्या रेड्डी बीएससी गणित से ऑनर्स की पढ़ाई कर रही थी। 19 वर्ष की ऐश्वर्या रेड्डी 12वीं में 98.5% मार्क्स लाए थे, इनके लिखे सुसाइड नोट में कहा गया था कि मेरे कारण मेरे परिवार को काफी वित्तीय मुसीबतों का सामना करना पड़ा है, मैं अपने परिवार के लिए बोझ बन चुकी हूं परंतु मैं अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहती हूं, मैं इसके बिना जीवित नहीं रह सकती।
पिता के पास नहीं थे पैसे
ऐश्वर्या के पिता श्रीनिवास रेड्डी ने बताया कि ऐश्वर्या को पिछले साल ही दिल्ली स्थित कॉलेज में एडमिशन मिले था। इसके लिए उन्होंने दो बेडरूम वाले घर को भी गिरवी रख दिया था। अब ऐश्वर्या को देने के लिए मेरे पास पैसे नहीं थे। लॉकडाउन में मेरी दुकान भी बंद थी और ऐश्वर्या को ऑनलाइन क्लास करने के लिए लैपटॉप की आवश्यकता थी जो मैं नहीं दिला पा रहा था। उन्होंने बताया कि ऐश्वर्या को छात्रवृत्ति की पैसे भी नहीं मिल पाई थी। क्लास नहीं करने के कारण ऐश्वर्या पर पढ़ाई को लेकर काफी दबाब था जिसे वो संभाल नहीं पायी।