जबसे टीवी पर विमल इलायची का नया ऐड लोगों के सामने आया है, उसके बाद से ही एक बार फिर से बवाल शुरू हो गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस ऐड में शाहरुख खान (Shahrukh Khan) और अजय देवगन (Ajay Devgan) के अलावा जो तीसरा चेहरा सामने आया है उसे देख हर कोई हैरान है। जी हां, इस बार विमल इलायची में बॉलीवुड के मोस्ट फिटेस्ट एक्टर कहे जाने वाले स्टार अक्षय कुमार (Akshay Kumar) नजर आए हैं जिसके बाद से हंगामा मच चुका है। लोगों ने उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल करना शुरू कर दिया है। इतना ही नही सीबीएफसी के पूर्व प्रमुख पहलाज निहलानी ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है।
फैंस को अखड़ने लगे हैं अक्षय कुमार :-
खिलाड़ी कुमार ने जबसे टीवी पर आकर ‘बोलो जुबां केसरी’ बोला है, तबसे वह अपने फैंस को भी खटकने लगे हैं। वही अब उनपर फिल्म निर्माता पहलाज निहलानी (Pahlaj Nihlani) ने भी निशाना साधा है। एक लीडिंग मीडिया हाउस को हाल ही में दिए गए अपने इंटरव्यू में पहलाज ने कहा है, ‘मेरा दृढ़ विश्वास है कि जहां अक्षय एक आम आदमी को सैनिटरी पैड पर पैसा खर्च करने के बारे में बताते हैं, उसे अब से फिल्मों से हटा दिया जाना चाहिए। सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। एक तरफ जहां एक जाना माना सुपरस्टार जनता को सिगरेट पर खर्च न करने के लिए कह रहा है। वहीं दूसरी ओर वहीं अभिनेता पान मसाला खाने की भी सलाह दे रहे हैं। जनता के लिए बहुत भ्रमित करने वाला है।’
पहलाज निहलानी ने लगाई क्लास :-
सिर्फ अक्षय कुमार ही नही बल्कि पूर्व सेंसर बोर्ड प्रमुख बॉलीवुड की अभिनेत्रियों से भी बेहद नाराज हैं। उनका कहना है कि एक्ट्रेसेस न्यूडिटी को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करती हैं। वही लोगों को भी ये सब मुफ्त में देखने को मिल रहा है। पहलाज निहलानी का ऐसा मानना है कि बॉलीवुड सितारें वो मुकाम कभी हासिल नहीं कर सकते जो साउथ इंडियन स्टार्स का है। उन्होंने कहा, ‘दक्षिण में रजनीकांत, विजय और खुशबू जैसे सितारों के लिए मंदिर बने हैं और जब यश की KGF 2 मुंबई में रिलीज हुई तो उनके प्रशंसकों ने उनके कार्डबोर्ड कटआउट पर दूध डाला। क्या आपने कभी किसी बॉलीवुड अभिनेता का इस तरह सम्मानित होते हुए सुना है?’
कैंसर कारक उत्पादों के प्रचार को बढ़ावा दे रहे बॉलीवुड सितारें :-
फिल्म निर्माता पहलाज ने आगे अपने इंटरव्यू में कहा, ‘अक्षय की बहुत साफ-सुथरी छवि है। उन्हें जनता के नायक के रूप में देखा जाता है। फिर वह पान मसाला के ब्रांड का प्रचार क्यों कर रहे हैं? गोविंदा और यहां तक कि पियर्स ब्रॉसनन जैसे अन्य लोग कैंसर कारक उत्पादों के प्रचार को बढ़ावा दे रहे हैं। यह राष्ट्रीय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं तो और क्या है?’ इतना ही नही उन्होंने आगे बताया, ‘शराब और पान मसाला विज्ञापनों का प्रसारण अवैध और असंवैधानिक है। कानून सीबीएफसी को पान मसाला और शराब के विज्ञापनों को सर्टिफिकेट देने से रोकता है। इसलिए इन उत्पादों के प्रसारण के विज्ञापन अवैध हैं। ऐसे विज्ञापनों का हिस्सा बनने वाले अभिनेताओं को पता होना चाहिए कि वे अवैध गतिविधि में भाग ले रहे हैं।’