Adnan Sami transformation: बांग्ला मोटर कार दिला दे, एक नहीं दो चार दिला दे… मेरी भी तो लिफ्ट करा दे… यह गाना 90 के दशक का सुपरहिट गाना है। इस गाने से अदनान सामी रातों-रात फेमस हो गए थे, हालांकि उनके पॉपुलर गानों में भीगी भीगी रातों में, तेरा चेहरा, कभी तो नजर मिलाओ… जैसे सुपरहिट गाने भी शामिल है, लेकिन जब भी अदनान सामी का नाम सामने आता है तो सबसे पहले उनका ‘लिफ्ट करा दे’ गाना ही याद आता है, जिसमें एक भारी-भरकम आदमी बड़े मस्त अंदाज में सड़कों पर नाचता और भगवान से अपनी लॉटरी लगा देना की गुहार लगाता नजर आता था। एक दौर में 200 किलो का आंकड़ा पार कर चुके अदनान सामी ने अपना 130 किलो वजन कम कर लिया है और उनके ट्रांसफॉरमेशन ने सभी को चौंका दिया है।
अदनान सामी ने कम किया 130 किलो वजन
बॉलीवुड के मशहूर सिंगर अदनान सामी ने हाल ही में अपने ट्रांसफॉरमेशन जर्नी को लेकर खुलकर बात की। इस दौरान उन्होंने बताया कि उन्होंने बिना किसी सर्जरी के अपना 130 किलो वजन कम किया है। उन्होंने इतने किलो वजन कम करने और खुद को फिट करने के लिए काफी लंबी संघर्षपूर्ण जर्नी तय की है। दरअसल हाल ही में एक मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान अदनान सामी ने कहा- मैंने अपना वजन कैसे कम किया इस बात को लेकर अक्सर सवाल उठते हैं। लोगों को लगता है कि मैंने इसके लिए सर्जरी करवाई है.. तो मैं बता दूं कि मैंने इसके लिए कोई सर्जरी नहीं करवाई और ना ही किसी तरह का लिपोसक्शन करवाया है। मेरे वेट लॉस की जर्नी में किसी तरह का कोई सर्जिकल हस्तक्षेप नहीं है।
230 किलो के थे अदनान सामी
अदनान सामी ने बताया कि मैं एक समय में 230 किलो का था। उस दौरान लंदन के एक डॉक्टर ने मुझे अल्टीमेटम भी दे दिया था और मुझे कहा था कि तुम्हारे पास सिर्फ कुछ दिन ही बचे हैं। तुम किसी भी दिन होटल के कमरे में अपने माता पिता को मृत मिल सकते हो। डॉक्टर कि यह पूरी बातें सुनने के बाद मैं सन्न रह गया। डॉक्टर के साथ जब यह सब बातें हुई उस समय मेरे पिता भी वहां मौजूद थे। उस शाम मेरे माता पिता ने भी मुझसे बहुत भावुक बातें की और मुझे समझाया।
पिता की बातों ने दी प्रेरणा
डॉक्टर की सभी बातें सुनने के बाद मेरे पिता ने मुझसे कहा- मैं वह सब कुछ झेल चुका हूं जो आपको सहना पड़ा। मैं हर सुख दुख में आपके साथ रहा हूं। मैंने हमेशा आपका हाथ पकड़ा है और आपसे कभी कुछ नहीं मांगा है, लेकिन अभी मेरी आपसे सिर्फ एक ही गुजारिश है कि तुम्हें ही मुझे दफनाना होगा। मैं तुम्हें नहीं दफना सकता। एक पिता अपने बच्चे को नहीं दफना सकता। मेरे पिता की यह बातें मेरे दिलो-दिमाग पर गहरी चोट दे गई और मैंने अपने पिता से वादा किया कि मैं अपना वजन कम करके रहूंगा।
पिता से क्या वजन कम करने का वादा
इसके बाद मैंने अपना वजन कम करने की ठानी और टैक्सास गया। वहां में एक शानदार पोषण विशेषज्ञ से मिला, उन्होंने फिर मेरी जीवन शैली को पूरी तरह से बदल कर रख दिया और मुझसे कहा कि मुझे जीवन भर इस जीवन शैली से चिपके रहना होगा।
अदनान सामी को 2016 में मिली थी भारतीय नागरिकता
बता दे अदनान सामी को साल 2001 में फिल्म अजनबी के लिए तू सिर्फ मेरा महबूब गाने से बॉलीवुड इंडस्ट्री में डेब्यू मिली थी भारत आने के बाद उन्होंने पाकिस्तान की नागरिकता छोड़ने का फैसला कर लिया था इसके बाद साल 2016 में उनकी यह मुराद पूरी हुई और उन्हें भारत की नागरिकता फाइनली मिल गई जनवरी 2020 में उन्हें कला क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था।