बैंक एफडी यानी रेगुलर फिक्स डिपाजिट (Best FD Plan In Bank) जो वरिष्ठ नागरिक या किसी विशेष उद्देश्य के लिए ही ऑपरेट नहीं होती है। इस तरह की फिक्स डिपॉजिट (Senior Citizens Fix Deposit) पर ब्याज रेट भी कम रहती है। लेकिन उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक अपने ग्राहकों को नियमित फिक्स डिपॉजिट करने पर 7 प्रतिशत ब्याज (Senior Citizens Fix Deposit interest Rate) दे रही है। 19 मई को इस बैंक ने फिक्स डिपॉजिट के रेट में बढ़ोतरी की है।
FD पर ये बैंक देगा 8% से अधिक ब्याज
आम लोगों के लिए उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक (Ujjivan Small Finance Bank) ने फिक्स डिपाजिट 0.75 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है और रिटर्न को 6.75 फीसद पर लाया। इस बैंक ने रेपो रेट में बढ़ोतरी करने के अलावा फिक्स डिपॉजिट में भी बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है। आम जनता को 15 महीने एक दिन से 18 महीने की फिक्स डिपॉजिट (Ujjivan Small Finance Bank FD interest Rate) करने पर ब्याज रेट का हिसाब 6.75 प्रतिशत रहेगा। 990 दिनों की फिक्स डिपॉजिट पर यह बैंक अपने ग्राहकों को 7.1 प्रतिशत की ब्याज दे रही है इसमें 35 बेसिस प्वाइंट बढ़ाया गया है।
अगर कोई व्यक्ति 990 दिनों के लिए फिक्स डिपॉजिट में एक लाख रुपए डिपॉजिट करता है तो बैंक वैसे ग्राहकों को 7.1 प्रतिशत के रेट से परिपक्वता पर 1,21,011 रूपए देगी। यह बैंक अपने ग्राहकों को त्रैमासिक और मासिक परिपक्वता के समय ब्याज दर चुकाती है। ग्राहकों के द्वारा चुने गए ऑप्शन के मुताबिक ही ब्याज दिया जाएगा।
सीनियर सिटीजन की FD पर मिलेगा लाभ
बता दें कि इस फिक्स डिपाजिट को 5 वर्ष से पहले नहीं तोड़ा जा सकता है। बैंक ने सावधि जमा की दर में बढ़ोतरी की है और इसका रेट 7.45 प्रतिशत तक पहुंच गया है। य रेट 990 दिनों के अवधि के लिए तय किया गया है। पहले ही इसमें 35 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि हो चुकी है। अगर कोई सीनियर सिटीजन प्लैटिना फिक्स डिपॉजिट में पैसा डिपॉजिट करता है तो उसे प्रति वर्ष 7.95 प्रतिशत के हिसाब से यह बैंक ब्याज देगी। यह भी 990 दिनों के लिए फिक्स किया गया है।
बता दें कि इस स्कीम के तहत कम से कम 15 लाख रुपए से दो करोड़ तक निवेश कर सकते हैं। प्लैटिना फिक्स डिपॉजिट में 990 दिनों के लिए फिक्स करने पर 7.95 प्रतिशत के हिसाब से एक वरिष्ठ नागरिक को 20 लाख रुपए डिपॉजिट करने पर 24 लाख 75 हजार 572 रुपए देती है। हाल ही में रिजर्व बैंक के द्वारा रेपो रेट में बढ़ोतरी क्या-क्या था जिसके बाद फिक्स डिपाजिट के रेट में वृद्धि की गई है।