इंदौर में 2 दिन पहले कोरोना जांच करने जा रहे हैं स्वास्थ्य कर्मियों पर लोगों ने हमला किया था इस दौरान लोगों ने स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला करते हुए अभद्र भाषा का भी प्रयोग किया था।
ये है दो महिला डॉक्टर
इस टीम में 2 महिला डॉक्टर डॉक्टर जाकिया सैयद और तृप्ति क्षिप्रा थे। जिन्होंने इतनी मुश्किल के बावजूद भी अभी तक हार नहीं मानी है और लोगों की लगातार सेवा करने में लगे हैं। इन डॉक्टरों को दिल से सलाम।
बता दें कि डॉक्टर जाकिया सैयद पीएचसी की इंचार्ज है। उन्हें बेस्ट पीएचसी का अवार्ड भी पहले मिल चुका है। वहीं डॉ तृप्ति पीएचसी के पदस्थ है। वह करोना से लड़ने वाले के टीम में सदस्य हैं। यह दोनों डॉक्टर अभी मिलकर करोना से पीड़ित लोगों के इलाज करने में सबसे ज्यादा योगदान दे रहे हैं।
इस बारे में जब डॉक्टर जाकिया से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हम ऐसे हमलों से डरने वाले बिल्कुल भी नहीं है। हम इस मुश्किल की घड़ी में लोगों की लगातार सेवा करते रहेंगे। और इसमें हम थोड़ा भी पीछे नहीं हटेंगे। वहीं डॉ तृप्ति ने बताया कि इस मुश्किल की घड़ी में हमें लोगों की मदद करनी चाहिए मैं अपने इस काम से थोड़ा भी पीछे हटने वाली ।
गृह मंत्री ने तुरंत लिया एक्शन
इस घटना पर तुरंत एक्शन लेते हुए गृह मंत्री ने प्रदेश के बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से बातचीत की।उन्होंने सख्त हिदायत दी कि इस तरह की घटना बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए। डॉक्टरों की सुरक्षा में थोड़ी भी चूक ना होने दी जाए। इसके बाद ही वहां पर पारा मिलिट्री की पांच कंपनियां तैनात कर दी गई है।
7 लोगों को गिरफ्तार भी किया
इतना ही नहीं इंदौर के टाट पट्टी वाकई इलाके में जहां पर यह घटना घटी थी वहां पर पुलिस प्रशासन ने जाकर वहां के लोगों से बातचीत भी की और समझाया बुझाया और सहयोग करने की अपील की। स्थानीय लोगों ने इसको लेकर माफी भी मांगी।पुलिस ने इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।