अगर आप अपने सपनों की आशियाना यानी घर बनाने के बारे में प्लान कर रहे हैं या बनवा रहे हैं तो आपको यह खबर खुश कर देगी। बता देगी पिछले कुछ महीनों से देश में बढ़ रही महंगाई से हर आम आदमी परेशान है। विशेष रुप से पिछले कुछ महीनों में सरिया, सीमेंट, गिट्टी और इनके बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है।
इस बीच सीरिया की कीमतों में जबरदस्त कमी हुई है। इस सीजन मजदूर नहीं मिलने और थप्पड़ निर्माण कामों से कम हुई मांगने सरिया के कीमत में कमी ला दी है। सरिया के कीमत में तकरीबन 7000 रूपए टन की कमी आई है। जबकि 6 डिजिट का आंकड़ा पार कर रहे बड़े कंपनियों के कीमत में भी चार से 5000 हजार रुपए की गिरावट दर्ज की गई है। बताते चलें कि फरवरी के आखिरी हफ्ते से ही लौह अयस्क के कीमत में निरंतर बढ़ोतरी हो रही थी।
जबकि, अप्रैल महीने में लोकल ब्रांड की सरिया की कीमत प्रति टन 82 हजार रुपए था। जिंदल और टाटा जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों के सरिया की कीमत छह डिजिट को पार कर गई थी। लौह अयस्क व्यापारी कहते हैं कि गर्मी अत्यधिक है जिसके चलते श्रमिक नहीं मिल रहे हैं इससे भवन निर्माण भी प्रभावित हुआ है। डिमांड कम होने से सरिया की कीमत में भी बड़ा डिफरेंट आया है। पिछले महीने के मुकाबले लोकल ब्रांड में लगभग 7000 रुपए प्रति टन की कमी हुई है। जबकि बड़ी-बड़ी कंपनियों के सरिया में प्रति टन चार से 5000 रुपए की गिरावट दर्ज हुई है।