Makar Sankranti: मकर सक्रांति क्यों मनाई जाती है, क्या है इसकी पूरी कथा; जाने शुभ मुहूर्त और समय

Makar Sankranti Special Story (Makar Sankranti Kab hai, Shubh Muhurat, Makar Sankranti Katha): हिंदू धर्म में मकर सक्रांति का त्यौहार एक अलग ही विशेषता और एक अलग ही महत्व रखता है। इस दिन सूर्य देव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते है। ऐसे में इस दिन पवित्र गंगा नदी में स्नान करने और उसके बाद दान करने की एक अलग ही महत्वता है। वैदिक पंचांग के मुताबिक इस साल मकर सक्रांति 14 जनवरी को नहीं, बल्कि 15 जनवरी को मनाई जाएगी। शुभ मुहूर्त 8:21 पर सूर्य मकर राशि में प्रवेश करने के साथ होगा। आइए हम आपको मकर सक्रांति के शुभ मुहूर्त से लेकर मकर सक्रांति की कथा तक सब कुछ बताते हैं।

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मकर सक्रांति की कथा

धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक मकर सक्रांति के दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि देव से मिलने जाते हैं। उस समय शनि मकर राशि का प्रतिनिधित्व कर रहे होते हैं। ऐसे में पिता और पुत्र के आपसी मतभेद को दूर करने और अच्छे संबंधों को स्थापित करने के लिए इस दिन सूर्य भगवान शनि देव की राशि मकर में प्रवेश करते हैं। यही वजह है कि मकर सक्रांति के त्यौहार को मनाया जाता है।

Makar Sankranti

 

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इसके साथ ही मकर सक्रांति के दिन को लेकर एक और कथा प्रचलित है, जिसके मुताबिक मकर सक्रांति के दिन ही बाणों की सज्जा पर लेटे भीष्म पितामह ने अपने देह को त्याग कर मोक्ष की प्राप्ति की थी। मकर सक्रांति के दिन पवित्र नदी में स्नान करने के पश्चात किसी जरूरतमंद को दान करने का विशेष महत्व है। बता दे इस दिन चावल उड़द की दाल सरसों के तेल. तिल और गुड़ का दान करने से शनि दोष से मुक्ति मिल जाती है।

क्या है मकर सक्रांति 2023 का शुभ मुहूर्त

बता दे इस साल मकर सक्रांति 15 जनवरी यानी रविवार के दिन पड़ रही है। मकर सक्रांति का शुभ मुहूर्त 15 जनवरी 2023 की सुबह 8:57 पर रहेगा, जबकि इसका पुण्य काल सुबह 7:15 से शाम 5:46 तक रहेगा। बता दे मकर सक्रांति का महापुण्य काल सुबह 7:15 पर शुरू होगा और रात को 9:00 बजे खत्म होगा।