भारतीय रेलवे (Indian Railway) के जरिए हर दिन लाखों लोग एक जगह से दूसरी जगह सफर करते हैं। ऐसे में भारतीय रेलवे की ओर से जारी की गई यह जानकारी बेहद महत्वपूर्ण है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में इस जानकारी को साझा करते हुए बताया कि कोरोना महामारी के चलते 20 मार्च 2020 को भारतीय रेलवे ने कई रियायतो पर रोक लगा दी है। फिलहाल इस रोकों को हटाने का भारतीय रेलवे (Indian Railway New Concession Rule) की ओर से कोई फैसला नहीं लिया गया है।
भारतीय रेलवे के इस फैसले के तहत अब ना बुजुर्गों को, ना कलाकारों को और ना ही खिलाड़ियों को ट्रेन में किसी तरह की कोई रियायत मिलेगी। रेल मंत्रालय (Railway Ministry) द्वारा साझा की गई जानकारी के मुताबिक महामारी से पहले 53 कोटियों में ट्रेन टिकट पर छूट दी जाती थी, लेकिन रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnaw) ने बताया कि फिलहाल सिर्फ चार कोटे के लोगों को ही कंसेशन दिया जा रहा है।
रेलवे टिकट में किन्हें मिलेगी रियायत
- भारतीय रेलवे द्वारा साझा की गई जानकारी के मुताबिक दिव्यांगजन यानी जो शारीरिक रूप से विकलांग है, इन लोगों को भारतीय रेलवे टिकट में छूट देगी। ऐसे लोग फर्स्ट और सेकंड एसी में 50% और बाकी क्लास में 75% की छूट के साथ सफर कर सकते हैं।
- इसके साथ ही नेत्रहीन लोगों को भी राजधानी और शताब्दी की गाड़ियों में थर्ड एसी व कुर्सी वाली ट्रेन टिकट में 25% की रियायत दी गई है। यह छूट उनके साथ यात्रा कर रहे एक और व्यक्ति को भी दी जाएगी।
- इसके अलावा मानसिक रूप से विकलांग व्यक्ति के साथ यात्रा कर रहे यात्री व उसके साथी को भी मंथली और क्वार्टर ली पास पर 50% की छूट दी जाएगी।
- मूक-बधिर व्यक्ति व उसके साथ यात्रा कर रहे साथी को मंथली और क्वार्टर ली 50% की छूट दी जाएगी।
इन मरीजों को भी दी जायेगी छूट
- जांच या इलाज के मकसद से यात्रा कर रहे कैंसर पीड़ित व उसके साथी को 75% की छूट दी जाएगी। यह छूट स्लीपर और थर्ड एसी में 100% तक रहेगी, जबकि फर्स्ट और सेकंड एसी में 50% तक दी जाएगी।
- थैलेसीमिया के मरीज को सेकंड एसी में 50 फ़ीसदी की छूट दी जाएगी, जबकि बाकी श्रेणियों में एक छूट 75% की रहेगी। इसके अलावा हत्या किडनी की बीमारी से जूझ रहे मरीजों को भी यह छूट मिलेगी।
- – हैमोफीलिया, टीबी या लुपस वलगेरिस से पीड़ित मरीजों को इलाज या जांच के लिए यात्रा करने पर टिकट में 7% की छूट मिलेगी। यही छूट कुष्ट मरीजों के लिए भी है। हालांकि इन्हें फर्स्ट या सेकंड एसी के टिकट पर यात्रा करने वाले लोगों को इस दौरान कोई छूट नहीं मिलेगी
- इसके अलावा एड्स और ऑस्टोमी के मरीजों के भी सेकंड क्लास की टिकट पर 5% की छूट दी जाती है। ऐसे मरीजों को मंथली और क्वार्टली पास बनवाने पर भी 50% की छूट है।
अब इन लोगों को नहीं मिलेगी कोई रियायत
- वरिष्ठ नागरिक
- युद्ध शहीदों की विधवा
- खिलाड़ी
- पुरस्कार प्राप्तकर्ता ( श्रम पुरस्कार विजेता, राष्ट्रीय पुरस्कार, राष्ट्रीय शौर्य पुरस्कार),
- छात्रों को मिलने वाली रियायतें फिलहाल बंद रहेंगी।