90 के दशक के कश्मीर और कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandit) के नरसंहार पर आधारित फिल्म द कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files) को लोगों ने खासा पसंद किया। यही वजह है कि यह फिल्म रिलीज के दूसरे हफ्ते भी हाउसफुल रिटर्न दे रही है। वहीं 1990 के कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार को उजागर करती इस फिल्म के बाद अब एक प्रोड्यूसर विपुल शाह (Producer Vipul Amrutlal Shah) ने कुछ इसी तरह की फिल्म द केरल स्टोरी (The Kerala Story) लाने का ऐलान कर दिया है। बता दें विपुल शाह (Vipul Amrutlal Shah) की फिल्म द केरल स्टोरी भी इसी आइडिया के इर्द-गिर्द घूमती नजर आने वाली है।
क्या है द केरल स्टोरी की कहानी
विपुल शाह सच्ची घटना पर आधारित द केरल स्टोरी पर फिल्म बना रहे हैं। इस फिल्म में वह उन 32000 लड़कियों के गायब होने की कहानी दिखाएंगे, जो वापस कभी अपने घर नहीं लौट पाई। मेकर्स ने यूट्यूब सहित बाकी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस फिल्म का 1 मिनट 10 सेकंड का एक छोटा सा टीजर रिलीज किया है।
द केरल स्टोरी का टीजर रिलीज
टीजर के 1 मिनट 10 सेकंड के वीडियो में की शुरुआत में डिजिटल घड़ी पर वक्त लिखा नजर आता है। रात के 11:56 से शुरू होकर यह घड़ी 12:01 पर रुक जाती है। घड़ी रुकने के बाद वीडियो में नजर आता है कि अगर आपकी बेटी देर रात तक घर वापस ना लौट आए, तो आपको कैसा महसूस होता है। केरल में हजारों लड़कियां गायब हो चुकी हैं और पिछले 12 सालों में वह अपने घर कभी नहीं आई। इस वीडियो में बैकग्राउंड में कई लोगों की चीख पुकार भी सुनाई देती है।
टीजर के वीडियो में आगे 24 जुलाई को केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन का भाषण दिखाया गया है। वह मलयाली भाषा में बात करते हुए नजर आ रहे हैं और साथ में वीडियो में उनकी भाषा का अनुवाद भी लिखा हुआ है। वीडियो में वह यह कहते हैं कि- पॉपुलर फ्रंट भी बैन लगाई जा चुका संगठन एनडीएफ के एजेंडे की तरह एजेंडा बना रहा है और वह केरल को एक मुस्लिम राज्य बनाने की कोशिश कर रहा है। उन्हें आने वाले 20 सालों में केरल को मुस्लिम राज्य बनाना हैं।
वीडियो में आगे दिखाया गया है कि हजारों लड़कियों की पिछले 10 सालों से आईएसआईएस और दूसरे इस्लामिक युद्ध क्षेत्रों में तस्करी की गई है। फिल्म के नाम के बाद वीडियो के आखिर में लिख आता है, यह कहानी 32000 लड़कियों की सच्ची घटना पर आधारित है। टीजर के सामने आने के बाद इसका वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है और लोग कह रहे हैं- द कश्मीर फाइल्स के बाद कई निर्माता लोगों के सामने सच्ची घटनाओं को लाने की हिम्मत जुटा पा रहे हैं।