ऐसे होती है बिहार बोर्ड के टॉपर की जांच,लैपटॉप से लेकर कैश मिलते हैं यह सारे इनाम

लंबे इंतजार के बाद कल बिहार बोर्ड का रिजल्ट आ गया है।इससे पहले भी मीडिया में कई बार रिजल्ट आने की बात कही थी परंतु कुछ खामियों के कारण रिजल्ट आने में देरी हुई।बिहार बोर्ड में 12वीं रिजल्ट पहले ही जारी कर दिया था परंतु दसवीं के रिजल्ट आनी बाकी थे।अब 10 वीं की रिजल्ट आने के बाद बिहार बोर्ड के टॉपर की भी लिस्ट आ गई है।

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बिहार बोर्ड के टॉपर की मूल्यांकन की प्रक्रिया काफी है सख्त होती है।इस प्रक्रिया के गुजरने के बाद ही टॉपर को घोषणा की जाती है।इसके टॉपर को कई सारे इनाम दिए जाते हैं,जिसमें नगद इनाम के साथ-साथ लैपटॉप भी शामिल है। आइए जानते हैं बिहार बोर्ड के टॉपरों को मिलने वाले इनामो के बारे में।

बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर जी ने बताया कि हर साल 1 से 10 रैंक लाने वाले बच्चों को इनाम दिया जाता है।यह इस बार भी किया जाएगा।

टॉपरों की मिलने वाकई इनाम इस प्रकार है।

  • रैंक 1 को 1 लाख और एक लैपटॉप
  • रैंक 2 को 75 हजार और एक लैपटॉप
  • 3 रैंक को 50 हजार  और एक लैपटॉप
  • और रैंक 4 से 10 तक 10 हजार  और एक लैपटॉप।

टॉपर को लेकर हुई थी पहले फजीहत

2016-2017 में बिहार बोर्ड की काफी फजीहत हुई थी। इसका कारण बिहार बोर्ड के टॉपर में घोटाला होना था। वर्ष 2016 में 12वीं में आर्ट्स साइंस टॉपर श्रेष्ठ और राहुल बने थे।जब पत्रकारों ने इनसे सवाल जवाब किए तो इन सारे की पोल खुल गई।ये मामूली सवालों के जवाब भी नहीं दे पाए थे।इसी प्रकार 2017 में गणेश कुमार आर्ट्स टॉपर बने थे।इसने भी अपनी उम्र छुपाई थी।इसे संगीत के बारे में कोई जानकारी नहीं थी जबकि उसने इस विषय में 70 में से 65 नंबर लाया था।

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ऐसे होती है टॉपर का मूल्यांकन

इस घटना के बाद बिहार बोर्ड ने मूल्यांकन काफी सख्त कर दिए यह टॉपर का मूल्यांकन तीन स्तरीय प्रणाली से होती है।इसका पहला चरण आम चरण है जिसमें सभी छात्रों की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन होता है।इसके बाद सबसे ज्यादा नंबर लाने वाले छात्रों की कॉपियां को अलग कर लिया जाता है।इसमें करीब 100 छात्रों को अलग किया जाता है।फिर इनको क्योंकि दोबारा मूल्यांकन की जाती है।

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इस मूल्यांकन के लिए प्रत्येक विषय के विशेषज्ञों की कमेटी बनाई जाती है।यहां से मामला पूरी तरह क्लियर होने के बाद सबसे ज्यादा नंबर लाने वाले छात्रों का इंटरव्यू लिया जाता है।यह इंटरव्यू विशेषज्ञों की कमेटी ही करती है।इन छात्रों को इंटरव्यू के लिए पटना बुलाया जाता है।इस बार इन छात्रों की इंटरव्यू व्हाट्सएप के जरिए ली गई है।इन सारी प्रक्रिया से टॉपर की पूरी जांच के बाद ही टॉपर की लिस्ट जारी की जाती है।