आईपीएल 2022 (IPL 2022) के इस सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के खिलाड़ी रिंकू सिंह जमकर धमाल मचा रहे थे, लेकिन इसके बावजूद भी केकेआर अपना आखिरी मैच हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई है। खास बात यह रही कि इस टूर्नामेंट में खेले अपने आखिरी मैच में भी रिंकू सिंह (Rinku Singh) ने अपना जलवा सभी को दिखाया और सभी के दिलों दिमाग पर छा गए। आईपीएल के पहले सीजन (Rinku Singh In IPL 2022) में कई युवा खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए लोगों के दिलों दिमाग पर अपनी अलग छाप छोड़ी, लेकिन इस दौरान सबसे ज्यादा नाम जो चर्चाओं में रहा वह रिंकू सिंह का है… कौन है रिंकू सिंह और क्या है उनकी पूरी कहानी (Rinku Singh Success Story) आइए हम आपको बताते हैं।
कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम में अपने शानदार प्रदर्शन के साथ हर किसी के दिलों बहन पर छा जाने वाले रिंकू सिंह ने राजस्थान रॉयल्स के साथ खेलते हुए 7 विकेट से उन्हें मात दी थी। रिंकू सिंह का यह मैच लोगों के दिलों दिमाग पर छा गया है और यही वजह है कि आज रिंकू सिंह के बारे में हर कोई जानना चाहता है।
कौन हैं रिंकू सिंह
बकौल रिंकू सिंह वह अलीगढ़ से आईपीएल खेलने आने वाले पहले व्यक्ति हैं। हालांकि वह इससे पहले कई रणजी ट्रॉफी खेल चुके हैं। 24 साल के रिंकू सिंह ने अपनी कामयाबी की कहानी अपनी मेहनत, अपने जोश और जुनून के दम पर लिखी है। रिंकू ने साल 2014 में टी-20 मैंच से क्रिकेट की दुनिया में डेब्यू किया था। हालांकि उनका यहां तक पहुंचने का सफर कई उतार-चढ़ाव से होकर गुजरा है।
गैस डिलीवरी का काम करते हैं पिता
यूपी के अलीगढ़ में 12 अक्टूबर 1997 को रिंकू सिंह का जन्म हुआ था। उनके पिता गैस सिलेंडर की डिलीवरी का काम करते थे। घर में आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी। ऐसे में रिंकू सिंह को कई बार अपना क्रिकेटर बनने का सपना छोड़कर नौकरी भी करनी पड़ी। नौवीं कक्षा में फेल होने वाली रिंकू सिंह ज्यादा पढ़े-लिखे ना होने की वजह से कहीं अच्छी नौकरी भी हासिल नहीं कर पाते थे। ऐसे में एक बार उनके भाई ने उनको एक ऐसी जगह नौकरी दिलवाई जहां उन्हें झाड़ू पोछा लगाने का काम करना पड़ता था।
कई उतार-चढ़ावों से गुजरा क्रिकेट का सफर
रिंकू सिंह ने अपनी जिंदगी के उतार-चढ़ाव का जिक्र अपने एक इंटरव्यू के दौरान करते हुए बताया कि मुझे एक ऐसी जगह ले गए, जहां उन्होंने मुझसे साफ-सफाई, झाड़ू-पोछा करने के लिए कहा। इसके बाद मैं घर वापस आ गया और अपनी मां से कहा कि मैं वहां नहीं जाऊंगा… मुझे एक बार क्रिकेट में अपनी किस्मत आजमाने दो… रिंकू सिंह ने बताया कि यही उनकी जिंदगी का वह समय रहा, जब उन्होंने यह समझ लिया कि उनकी जिंदगी अगर कोई बदल सकता है, तो वह केवल क्रिकेट ही है।
यहां से शुरु हुआ कामयाबी का सफर
इसी सोच के साथ उन्होंने क्रिकेट पर पूरी तरह से फोकस करने का मन बना लिया और दिन-रात मेहनत करने लगे। इसके बाद वह दिल्ली में खेलने गए और टूर्नामेंट में शानदार खेलें, जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द सीरीज से नवाजा गया। मैन ऑफ द सीरीज के तौर पर उन्हें मोटरसाइकिल मिली और उन्होंने इसे अपने पापा को सिलेंडर डिलीवरी के लिए दे दिया। उनके पिता को उनकी इस पहली कामयाबी पर बहुत गर्व महसूस हुआ।
पिता कभी नहीं चाहते थे क्रिकेटर बनूं- रिंकू सिंह
रिंकू सिंह ने बताया कि मेरे पिता कभी नहीं चाहते थे कि मैं क्रिकेट खेलूं। वह हमेशा इस पर जोर देते थे कि मुझे पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए। ये टूर्नामेंट अलीगढ़ में था और मैच के दौरान दिल्ली पब्लिक स्कूल के सुप्रीमो स्वप्निल जैन भी वहां मौजूद थे। हमने उनकी टीम को हराया और मैंने शानदार प्रदर्शन किया। इस दौरान में 68 रनों पर नाबाद था। मेरी बल्लेबाजी देखकर उन्होंने मुझे स्कूल में दाखिला दिला दिया।
मैंने कुछ साल डीपीएस के लिए खेला और इसके बाद साल 2012 में उन्होंने एक विश्व कप का आयोजन किया, जहां पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश की टीमें खेलने आई थी। यहां मैंने 354 रन बनाए और 8 विकेट जिसकी वजह से मुझे मैन ऑफ द सीरीज और मुझे पुरस्कार में बाइक दी गई। खास बात यह थी कि दौरान मेरे माता-पिता ग्राउंड पर आए हुए थे। जब भी मैं क्रिकेट खेलना चाहता था तो मेरे पिता अक्सर मुझे पीटते थे, लेकिन इसके बाद उन्होंने मुझे कभी नहीं छुआ।
IPL ने बदली किस्मत
इसके बाद क्रिकेट की दुनिया में शुरू हुई रिंकू सिंह के कामयाबी की सफर की कहानी साल 2017 में आईपीएल के साथ शुरू हुई। इस दौरान पंजाब किंग्स की टीम ने उन्हें 10 लाख रुपये में खरीदा। इसके बाद साल 2018 के ऑक्शन में वह पंजाब को छोड़ कोलकाता नाइट राइडर्स के हो गए और 80 लाख रुपए के बेस प्राइस के तौर पर कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें खरीदा। आई पी एल 2022 के मेगा ऑप्शन में रिंकू सिंह का नाम एक बार फिर सुर्खियों में आया। इस बार केकेआर ने उन्हें ₹5500000 में खरीदा। यह बात थोड़ी सी परेशान करने वाली जरूर थी कि बीते मुकाबले में मिली फीस के मुकाबले इस बार की फीस कम थी, लेकिन अच्छी बात यह थी कि उन्हें खेलने का अवसर मिला और इस दौरान उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से हर किसी का दिल जीत लिया।