लंबे समय के इंतजार के बाद कल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लॉक डाउन टू में अपना मंत्रिमंडल का गठन कर लिया है कल दोपहर 12:00 बजे राजभवन में आयोजित एक समारोह में राज्यपाल लालजी टंडन ने मंत्रियों का शपथ दिलाई है।
बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व देने को लेकर जातीय और क्षेत्रीय समीकरण का पूरा ध्यान रखा है।अपने मंत्रिमंडल में ग्वालियर चंबल बुंदेलखंड मालवा बिंद और मध्य प्रदेश से 11 कैबिनेट मंत्रिमंडल को शामिल करना है इस बात का गवाह है
परंतु शिवराज सिंह चौहान के कैबिनेट मंत्री में शामिल हुए कमल पटेल का नाम काफी चौकाने वाला रहा है क्योंकि वह लंबे समय से अभी चर्चा में चल रहे थे।इनके बेटे के कई अपराधिक प्रकरण भी हैं इसके अलावा यह शिवराज सिंह के विरोधी माने जाते हैं।इन सबके बावजूद इन को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।आज हम आपको बता रहे हैं कि शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री मंडल के पांच करोड़पति नेताओं के बारे मे बता रहा हु।
नरोत्तम मिश्रा
60 साल की नरोत्तम मिश्रा मध्य प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी के सीनियर और काफी कद्दावर नेता माने जाते हैं।यह बलिया जिले के डबरा से विधायक हैं ।यह एक ब्राह्मण चेहरा है।ऑपरेशन लोटस में नरोत्तम मिश्रा का काफी अहम भूमिका रहा था।बता दें कि नरोत्तम मिश्रा की संपत्ति 6।88 करोड़ रूपए है। इसकी सूचना खुद उन्होंने चुनाव आयोग की दी।
कमल पटेल
कमल पटेल शिवराज सिंह चौहान के कैबिनेट मंत्री में शामिल होने वाले नेताओं में से एक हैं। यह हरदा से बीजेपी के विधायक हैं।कमल पटेल कैलाश विजयवर्गीय काफी करीबी माने जाते हैं। इनकी संपत्ति 6.3 करोड़ बताया गया है। चुनाव आयोग को इसकी जानकारी दी है
मीना सिंह
मीना सिंह एक महिला और आदिवासी प्रतिनिधित्व करने वाली नेता है।यह अनुसूचित जनजाति से आती है।यह अभी उमरिया जिले से विधायक हैं।48 साल की मीना सिंह की कुल संपत्ति 1.8 करोड़ रूपए है।
तुलसी सिलावट
तुलसी सिलावट कमलनाथ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे।उन्होंने कुछ दिन पहले ही कांग्रेस के विधायक पद से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल हुए थे। यह ज्योतिराज सिंधिया के काफी करीबी व्यक्ति माने जाते हैं।यह अनुसूचित वर्ग से आते हैं इनकी कुल संपत्ति 8.26 करोड़ रुपए है।
गोविंद राजपूत
गोविंद राजपूत भी कमलनाथ सरकार में मंत्री थे।उन्होंने भी त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल हुआ था। यह बुंदेलखंड से पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं और यह ठाकुर नेता है।यह भी ज्योतिराज सिंधिया के काफी खास व्यक्ति माने जाते हैं। इनकी कुल संपत्ति 3.87 करोड़ है।
गौरतलब है कि शिवराज सिंह चौहान कोरोना संकट के समय ही 23 मार्च को मुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण किया था तब से आज तक 29 दिनों तक के बिना मंत्रिमंडल के ही सरकार चला रहे थे। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इन पर आरोप लगाया था कि देश में ऐसी पहली सरकार है जो बिना मंत्रिमंडल की चल रही है।