ममता बनर्जी को एक बड़ा झटका उस समय लगा जब राज्यसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल से निर्दलीय उम्मीदवार दिनेश बजाज जिनको टीएमसी का समर्थन हासिल था उनका निर्वाचन आयोग ने नामांकन रद्द कर दिया.अधिकारी के द्वारा बताया गया कि उनका हलफनामा का प्रारूप सही नहीं था.
बता दें कि पश्चिम बंगाल से राज्यसभा के लिए 5 सीटों का मतदान 26 मार्च को तय है.दिनेश बजाज का नामांकन रद्द हो जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस के चार और माकपा कांग्रेस गठबंधन के एक उम्मीदवार का राज्यसभा में जाना लगभग तय माना जा रहा है।
अंतिम क्षणों में दिनेश बजाज ने भरा था परचा
पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस की ओर से उनके चार प्रत्याशी दिनेश त्रिवेदी,अर्पिता घोष ,सुब्रत बख्शी और मौसम नूर ने राजसभा के लिए पर्चा भरे थे। दिनेश बजाज जो पार्टी के भूतपूर्व विधायक रह चुके हैं, उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा था।
बताया जा रहा था कि इन्हें भी पार्टी का समर्थन मिलना लगभग तय था। विपक्ष के नेता अब्दुलमन ने आरोप भी लगाया था कि दिनेश बजाज को कांग्रेस और माकपा के पाचवी सीट से भी हटाने के लिए उनको खड़ा गया किया। परंतु नामांकन खारिज होने से कांग्रेस माकपा गठबंधन से एक उम्मीदवार का राज सभा में जाना लगभग तय हो चुका है।
26 मार्च को राज्य सभा के 55 सीटों पर होगा मतदान
26 मार्च को राज्य सभा के 55 सीटों पर मतदान होने वाला है। इस मतदान में कई बड़े नेताओं का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। इनमें हाल में ही भाजपा में शामिल ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल है। 26 मार्च को शाम में ही मतगणना हो जाएगी और जीतने वाले प्रत्याशी का नाम घोषित कर दिया जाएगा।
राज्य सभा में प्रत्येक 2 साल पर एक तिहाई सदस्य का कार्यकाल समाप्त हो जाता है। इसी के कारण कारण अप्रैल के विभिन्न दिनों में 17 राज्यों के 51 सीटें खाली होने वाला था।जबकि जबकि अन्य चार सीटें सदस्यों के इस्तीफे के कारण खाली हुई है।